tag:blogger.com,1999:blog-7028992842128488772.post1502681915318128152..comments2023-11-03T04:02:12.794-07:00Comments on महुवा: मां..महुवाhttp://www.blogger.com/profile/12285702566991211317noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7028992842128488772.post-9205219173976074062012-12-15T18:20:45.782-08:002012-12-15T18:20:45.782-08:00मर्मस्पर्शी ....!!!मर्मस्पर्शी ....!!!Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7028992842128488772.post-3695931047218814992012-10-09T19:53:08.553-07:002012-10-09T19:53:08.553-07:00मैं अकेले कमरे मे उसकी आवाज़ को खोलना चाहती हूँ .....मैं अकेले कमरे मे उसकी आवाज़ को खोलना चाहती हूँ ....<br />एक एक गाँठ , एक एक बोल और एक एक रेशा<br /><br />उसको जीवन देना चाहती हूं....<br />उसके पूरे जीवन के साथ मेरी सिर्फ ग्लानि है...<br /><br />मै इस कन्फेशन में भागीदारी करना चाहता हूँ सर झुकाए इस तरह से कोई मेरी गीली आँखों को न देख पाए ......मै गुजरे कई वक्तो से गुजर उन्हें दुरस्त करना चाहता हूँ जिनमे मां शामिल थी .डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7028992842128488772.post-88774142710914937832012-09-26T19:43:19.149-07:002012-09-26T19:43:19.149-07:00बहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भ...बहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भावों को बहुत गहराई से लिखा है<br />संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.com